WHAT IS GDP ? (GDP क्या है ? इसे कैसे CALCULATE किया जाता है।) - Negative OF you

शुक्रवार, 10 अगस्त 2018

WHAT IS GDP ? (GDP क्या है ? इसे कैसे CALCULATE किया जाता है।)

दुनिया का प्रत्येक देश चाहे वो अमेरिका हो , रूस ,चीन , इंग्लैंड या इंडिया हर वर्ष जीडीपी के आकड़े जारी करती है। किसी का 7.6 % होता है तो किसी का 5.3 % इस प्रकार प्रत्येक देश की जीडीपी ग्रोथ अलग-अलग होती। ज्यादातर लोग जीडीपी को पूरी तरह से नहीं समझते हां पर ये जानते है की जीडीपी जितना अधिक होगा उतना ही देश के लिए अच्छा होगा, और देश की अर्थव्यवस्था विकास करेगी। ठीक इसके विपरीत जीडीपी जितना कम होगा देश के लिए उतना ही बुरा होगा, और देश की अर्थव्यवस्था लड़खड़ा जाएगी । 

GDP,GNP,NNP

GDP क्या है ?

किसी देश या अर्थव्यवस्था में, एक वर्ष के अंदर वस्तु एवं सेवाओं की जो कुल मात्रा उत्पादित की जाती है उसे सकल घरेलू उत्पाद या जीडीपी कहते है। इसे कुल घरेलू उत्पाद भी कहा जाता है।

वस्तु एवं सेवाओं की जो कुल मात्रा उत्पादित होती है उसे पुनः मज़दूरों या उत्पादन के साधनों के बीच उनके पारिश्रमिक के रूप में बाँट दिया जाता है। अतः जीडीपी जानने का आसान तरीका यह है की उत्पादन के साधनों का पारिश्रमिक जाना जाए, जिसका कुल योग 'सकल घरेलू उत्पाद' के बराबर होगा। इस तरीके को आय दृष्टिकोण कहते है।
सकल घरेलू उत्पाद ( GDP )= मजदूरी एवं वेतन +लगान + शुद्ध  ब्याज + कंपनियों के लाभ +अप्रत्यक्ष कर+मूल्य-ह्रास।
मूल्य-ह्रास -किसी भी कारण से वस्तु के मूल्य में स्थाई कमी होना मूल्य -ह्रास कहलाता है। जैसे -टूट-फुट जाना।

जीडीपी ज्ञात करने का सबसे आम तरीका खर्च विधि है ,जो की निम्न है -
  GDP=C+I+G+(X-M)
यहाँ -C-उपभोग , I-निवेश, G-सरकारी खर्च , X-निर्यात , M-आयात

शुद्ध घरेलू उत्पाद ( NDP ) -जीडीपी में से अप्रत्यक्ष कर तथा मूल्य-ह्रास को घटा देने से जो बचता है ,उसे शुद्ध घरेलू उत्पाद या NDP कहते है।
NDP = GDP - अप्रत्यक्ष कर - मूल्य ह्रास .
 GDP को समझने के लिए हमें दो अन्य चीजों को भी समझना होगा -

1.सकल राष्ट्रीय उत्पाद ( GNP ) - किसी देश में एक वर्ष के अंदर जितनी वस्तु एवं सेवाओं का उत्पादन होता है उसके मौद्रिक मूल्य को सकल राष्ट्रीय उत्पाद या जीएनपी कहते है।
 यह ध्यान रखना चाहिए की जीडीपी और जीएनपी में अंतर है।
GNP=GDP+देशवाशियो द्वारा विदेशों में अर्जित आय - विदेशियों द्वारा देश में अर्जित आय। 
2.शुद्ध राष्ट्रीय उत्पाद ( एनएनपी ) - सकल राष्ट्रीय उत्पाद या जीएनपी प्राप्त करने के लिए कुछ खर्च करना पड़ता है। अतः जीएनपी में से इन ख़र्चों को घटा देने से जो शेष बचता है उसे शुद्ध राष्ट्रीय उत्पाद या एनएनपी कहते है।
NNP=GNP - मूलयह्रास 
मूलयह्रास =कच्चे माल की कीमत+कर एवं बीमा का व्यय +चल एवं अचल पूँजी का प्रतिस्थापन व्यय एवं मरम्मत

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जीडीपी का इतिहास -
जीडीपी की आधुनिक अवधारणा  'साइमन कुज़नेट्स' द्वारा 1934 में अमेरिकी कांग्रेस के लिए तैयार किया गया।  1944 में ब्रेटन वुड्स सम्मेलन में जीडीपी के बारे में बताया गया और तब से जीडीपी देश की अर्थव्यवस्था मापने का मुख्य साधन बन गया और आज भी है। 

जीडीपी कैसे मापी जाती है ?

जीडीपी मापने के तीन तरीके है -
1.व्यय दृष्टिकोण - अर्थव्यवस्था में भाग लेने वाले सभी समूहों द्वारा किये गए खर्च की गणना करना। जैसे आपके द्वारा बाजार में कुछ भी खरीदना जिसके लिए आपको पैसे खर्च करने पड़ते है।
यह सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला तरीका है।
जीडीपी=C+G+I+(X-M)

2.आय दृष्टिकोण - यह खर्च के विपरीत है यानी वस्तु एवं सेवाओं की जो कुल मात्रा उत्पादित होती है उसे पुनः मजदूरों या उत्पादन के साधनों के बीच उनके पारिश्रमिक के रूप में बाँट दिया जाता है। अतः जीडीपी जानने का आसान तरीका यह है की उत्पादन के साधनो का पारिश्रमिक जाना जाए, जिसका कुल योग 'सकल घरेलू उत्पाद' के बराबर होगा। इस तरीके को आय दृष्टिकोण कहते है।
सकल घरेलू उत्पाद ( GDP )= मजदूरी एवं वेतन +लगान + शुद्ध  ब्याज + कंपनियों के लाभ +अप्रत्यक्ष कर+मूल्य-ह्रास।

3.मूल्य जोड़ दृष्टिकोण-
उत्पादित हुए सभी वस्तुओं का मूल्य जोड़ कर इसे ज्ञात किया जाता है। इसमें अंतिम उत्पाद की गणना की जाती है। अंतिम उत्पाद का अर्थ है वो वस्तु जो ग्राहक खरीदता है।

अर्थशास्त्री और निवेशकों के लिए जीडीपी महत्वपूर्ण क्यों है ?
जीडीपी देश में उत्पादन और विकास का प्रतिनिधित्व करता है। अर्थशास्त्री जीडीपी से ये ज्ञात कर लेते है की देश की स्थिति क्या है ? और देश की अर्थव्यवस्था में क्या हो रहा है। निवेशक जीडीपी से ये समझ जाते है की उन्हें आने वाले समय में क्या करना है ! यदि जीडीपी बढ़ रही हो तो निवेशक पैसे लगाएंगे अन्यथा नहीं।

जीडीपी का कैलकुलेशन भारत में कैसे किया जाता है -

भारत में सरकार सबसे पहले 8 क्षेत्रो से जानकारियाँ इकट्ठा करती जो की नीचे चित्र में है फिर उसकी तुलना पिछले वर्ष या आधार वर्ष से करते है।  जिससे की जीडीपी का आकलन होता है। भारत सरकार प्रत्येक 3 माह में और वर्ष में एक बार GDP का पूर्ण आंकड़ा जारी करती है। ये विधि मूल्य जोड़ विधि है -
GDP.GNP,NNP
उपरोक्त डाटा से ज्ञात होता है कि इस वर्ष का GDP ग्रोथ 5.75 % है। 

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